आजकल Digital marketin की बढ़ती हुई डिमांड के चलते कंपनियां नये नये प्रॉडक्ट्स ला रही हैं एसोचैम की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, ई-काॅमर्स सेक्टर इस साल करीब 2.5 लाख जॉब्स पैदा करेगा
जिसके चलते इस क्षेत्र में नियुक्तियों में 60 से 65 प्रतिशत बढ़ोतरी की उम्मीद है। 2016 में ई-कॉमर्स इंडस्ट्री 2.5 लाख जॉब्स ऑनलाइन रिटेल में पैदा करेगी जिनमें अस्थाई कर्मचारी,सप्लाई चेन, लॉजिस्टिक्स, एंसिलेरी यूनिट्स शामिल हैं।
जिसके चलते इस क्षेत्र में नियुक्तियों में 60 से 65 प्रतिशत बढ़ोतरी की उम्मीद है। 2016 में ई-कॉमर्स इंडस्ट्री 2.5 लाख जॉब्स ऑनलाइन रिटेल में पैदा करेगी जिनमें अस्थाई कर्मचारी,सप्लाई चेन, लॉजिस्टिक्स, एंसिलेरी यूनिट्स शामिल हैं।
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2009 में 3.8 बिलियन डॉलर का भारतीय ई-कॉमर्स बाजार 2016 में 38 बिलियन डॉलर के आंकड़े को छुएगा।
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15 लाख जॉब्स लाएगी ई-कॉमर्स इंडस्ट्री |
| ऑनलाइन खरीदारी के बढ़ते चलन से विकसित हुई ई-कॉमर्स इंडस्ट्री अब एक मजबूत कॅरिअर का ठिकाना बन चुकी है। एसोचैम का ताजा अध्ययन भी इस बात की पुष्टि कर रहा है। इस रिपोर्ट के अनुसार, 2016 में ई-कॉमर्स इंडस्ट्री 2.5 लाख जॉब्स पैदा करेगी जिससे इस क्षेत्र में हायरिंग 60-65 प्रतिशत बढ़ेगी। दरअसल ज्यादातर ई कॉमर्स विभागों ने अपना टर्नओवर पिछले वर्ष बढ़ाया है और इंडस्ट्री की ग्रोथ के लिए अच्छे अवसर पैदा किए हैं। यही वजह है कि रोजगार देने वाले क्षेत्रों में यह फील्ड तेजी से आगे बढ़ रहा है। क्यों जुड़ें इस क्षेत्र से ई मार्केटर का सर्वे बताता है कि दुनिया भर में ई-काॅमर्स बिक्री 20.1 प्रतिशत की दर से बढ़ते हुए 1,500 ट्रिलियन डॉलर पर पहुंचेगी। भारत में भी कुछ ऐसे ही संकेत नजर आ रहे हैं। क्राइसिल रिसर्च रिपोर्ट के मुताबिक भारत में ई-कॉमर्स इंडस्ट्री आगामी सालों में 50-55 प्रतिशत सालाना की दर से बढ़ेगी और 2016 तक यह 50,000 करोड़ की हो जाएगी। टेक्नोपाक -केपीएमजी-आईएएमएआई स्टडी के अनुसार भारतीय ई कॉमर्स सेक्टर 2021 तक 76 बिलियन डॉलर तक पहुंचेगा। अलग-अलग अध्ययनों में ग्रोथ के अांकड़े भले ही अलग-अलग हों लेकिन सभी रिसर्च इस बात पर सहमत हैं कि ई कॉमर्स अब एक तेजी से बढ़ता हुआ फील्ड बन चुका है जो नौकरियां देने में भी अव्वल साबित हो रहा है। टेक्नोपाक के सर्वे के मुताबिक आने वाले सालों में 1.4 मिलियन कर्मचारियों की मांग इस सेक्टर में पैदा होगी। विशेषज्ञों के अनुसार ज्यादातर नौकरियां टेक्नोलॉजी, सप्लाई चेन मैनेजमेंट, डिजिटल मार्केटिंग, बैक ऑफिस सपोर्ट व वेयरहाउस मैनेजमेंट में होंगी। स्टार्टअप्स की सफलता ने दी मजबूती आखिर क्या वजह है कि तुलनात्मक रूप से नई, यह इंडस्ट्री इतनी तेजी से अपनी जगह बनाती जा रही है। असल में तेजी से बढ़ते ऑनलाइन व मोबाइल यूजर बेस, एडवांस शिपिंग व पेमेंट ऑप्शन और बिक्री में बढ़ोतरी ने ई-कॉमर्स को नए रूप में परिभाषित किया है। फ्लिपकार्ट, अमेजन, मेक माय ट्रिप, पेपर फ्राय, मिंत्रा, ई बे के साथ-साथ छोटे और नए स्टार्टअप्स की सक्सेस स्टोरीज ने इस बाजार की काया पलट की है। पिछले सालों में इस क्षेत्र की कंपनियों को मिली बड़ी फंडिंग के चलते भी इस फील्ड में उछाल आया है |
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