बेंगलुरु भारतीय मूल के सुंदर पिचई के गूगल के CEO बनने के कुछ दिनों के भीतर ही एक 16 साल के भारतीय मूल के ही एक लड़के ने इंटरनेट की सबसे बड़ी कंपनी के लिए चुनौती खड़ी कर दी है
और यह 16 साल का लड़का अनमोल तुकरेल है और इन्होंने एक ऐसा सर्च इंजन बनाने का दावा किया है जो गूगल से 45% ज्यादा सटीक है।
अनमोल कनाडा के रहने वाले हैं और अभी उन्होंने 10वीं की परीक्षा पास की है। उन्होंने बताया कि उन्हें यह सर्च इंजन डिजाइन करने में करीब 2 महीने लगे और इंजन को कोड करने में सिर्फ 60 घंटे।
उन्होंने इसे गूगल सायंस फेयर के लिए तैयार किया जो कि लगभग 13 से 18 साल के बच्चों के लिए आयोजित होने वाला ग्लोबल ऑनलाइन कॉम्पिटिशन है
और यह 16 साल का लड़का अनमोल तुकरेल है और इन्होंने एक ऐसा सर्च इंजन बनाने का दावा किया है जो गूगल से 45% ज्यादा सटीक है।
गूगल को भारतीय लड़का दे रहा है टककर google company facts
अनमोल कनाडा के रहने वाले हैं और अभी उन्होंने 10वीं की परीक्षा पास की है। उन्होंने बताया कि उन्हें यह सर्च इंजन डिजाइन करने में करीब 2 महीने लगे और इंजन को कोड करने में सिर्फ 60 घंटे।
उन्होंने इसे गूगल सायंस फेयर के लिए तैयार किया जो कि लगभग 13 से 18 साल के बच्चों के लिए आयोजित होने वाला ग्लोबल ऑनलाइन कॉम्पिटिशन है
अनमोल ने कहा, ‘मैंने सोचा कि मैं पर्सनलाइज्ड सर्च स्पेस के लिए कुछ नया करूंगा। यह एक सबसे जीनियस चीज़ थी। लेकिन जब मैंने देखा कि गूगल पहले से ऐसा कर रहा है, तो मैंने इसे अगले लेवल पर ले जाने के बारे में सोचा।’ अनमोल बेंगलुरु की ऐ़डटेक फर्म आइसक्रीम लैब्स में दो हफ्ते के इंटर्नशिप प्रोग्राम के लिए भारत आए हुए थे jobs history google company branches google india salary glassdoor google india salary 2010 facebook salary india amazon salary india microsoft salary india google employee salary google india jobs careers per month wiki microsoft
इस खोज के लिए अनमोल का टूल था 1 गीगाबाइट फ्री स्टोरेज स्पेस, पायथन लैंग्वेज डिवेलपमेंट एन्वायर्नमेंट, स्प्रेडशीट प्रोग्राम वाला कम्प्यूटर और गूगल और न्यू यॉर्क टाइम्स का ऐक्सेस। और इन्होने हर सर्च इंजन की ऐक्युरसी चेक करने के लिए अनमोल ने अपनी सर्च क्वेरी को ‘द न्यू यॉर्क टाइम्स’ पर केंद्रित रखा।
उन्होंने अलग-अलग इंट्रेस्ट वाले कुछ नकली यूजर क्रिएट किये जिनके इंट्रेस्ट और वेब हिस्ट्री अलग-अलग थीं। उसके बाद उन्होंने इस इन्फर्मेशन को गूगल और उसके इंट्रेस्ट बेस्ड सर्च इंजन में फीड किया। अंत में हर सर्च इंजन के परिणामों की तुलना की गई
इस खोज के लिए अनमोल का टूल था 1 गीगाबाइट फ्री स्टोरेज स्पेस, पायथन लैंग्वेज डिवेलपमेंट एन्वायर्नमेंट, स्प्रेडशीट प्रोग्राम वाला कम्प्यूटर और गूगल और न्यू यॉर्क टाइम्स का ऐक्सेस। और इन्होने हर सर्च इंजन की ऐक्युरसी चेक करने के लिए अनमोल ने अपनी सर्च क्वेरी को ‘द न्यू यॉर्क टाइम्स’ पर केंद्रित रखा।
उन्होंने अलग-अलग इंट्रेस्ट वाले कुछ नकली यूजर क्रिएट किये जिनके इंट्रेस्ट और वेब हिस्ट्री अलग-अलग थीं। उसके बाद उन्होंने इस इन्फर्मेशन को गूगल और उसके इंट्रेस्ट बेस्ड सर्च इंजन में फीड किया। अंत में हर सर्च इंजन के परिणामों की तुलना की गई
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